उसे थिस मार्च से शनि देव केंद्र में विराजमान होंगे वहीं राहु छठे भाव से गोचर आरंभ कर देंगे
18 मयी से केतु व्यय भाव में भी गोचर आरंभ कर देंगे वही साल की शुरुआत से 28 जुलाई तक वक्र मंगल के गोचर का प्रभाव कम भाव और लाभ भाव में रहेगा इन्हीं भाव में 14 में से बृहस्पति देव का गोचर भी आरंभ होगा
यानी कुल मिलाकर अप्रैल तक चली आ रही परिस्थितियों में ज्यादा बदलाव नहीं आएगा कार्यक्षेत्र में विस्तार के लिए प्रयास रहेंगे जब अपने या बदलने के लिए आप अपनी तैयारी को बढ़ाएं ि अप्रैल के बाद सफलता मिलना शुरू हो जाएगी जहां बृहस्पति का गोचर आपकी व्यक्तित्व और प्रभाव क्षेत्र को बढ़ाएगा वही प्रमोशन और वृद्धि के योग भी बनेंगे निवेश के लिए बेहतर समय की शुरुआत होगी 18 मई को राहु का गोचर 6th से आरंभ होगा
वही इस वर्ष केतु साल की शुरुआत में लग्न में और 18 में के बाद वैभव में विराजमान रहेंगे अगर आप अपनी Income का कुछ हिस्सा धर्म दान और जानवरों के पोषण के लिए खर्च करते हैं तो केतु से संबंधित बढ़ाएं खत्म होगी और सफलता का नया आयाम प्राप्त कर पाएंगे व्यापार के लिहाज से शुरुआत में थोड़ा संघर्ष के साथ वृद्धि और लाभ रहेगा वहीं जॉब में अर्चना काम होती हुई जरूर देखेंगे कार्य क्षेत्र में विस्तार रहेगा नए व्यापार की शुरुआत इस वर्ष आप कर सकते हैं विद्यार्थी वर्ग के लिए व्यर्थ में धन और समय के अपव्यय की
प्रवृत्ति बढ़ेगी जी स पर नियंत्रण रखना की आवश्यकता होगी नहीं तो बृहस्पति केतु और शनि के गोचर से मिलनेवली सकारात्मक और अनुकूल समय में उतनी सफलता प्राप्त नहीं कर पाएंगे जितनी कर लेनी चाहिए इसलिए धन के और समय के अपव्यय पर नियंत्रण जरूर रखना है इस वर्ष दांपत्य जीवन में सहजता रहेगी
18 में के बाद कुछ गलतफहमियों के चलते कुछ उतार-चढ़ाव इसलिए धन के और समय के अपव्यय पर नियंत्रण जरूर रखना है इस वर्ष दांपत्य जीवन में सहजता रहेगी 18 में के बाद कुछ गलतफहमियों के चलते कुछ उतार-चढ़ा हो मिल सकते हैं जुलाई तक सितंबर से विवाह के योग बनेंगे वहीं निवेश बहुत सजकता से करने की इस वर्ष आपको आवश्यकता है बड़े निवेश की जगह छोटे-छोटे निवेश आपको अधिक लाभ देंगे
इस वर्ष की शुभता बढ़ने के लिये पशुओं की सेवा मेडिटेशन मंत्र जाप को बढ़ाएं इस वर्ष और मां दुर्गा की उपासना में रथ रहे निश्चित तौर पर यह वर्ष आपके लिए अभूतपूर्व सफलताओं का यश मां सम्मान का वर्ष रहेगा