आईना जो आप की सूरत ही नहीं दिखता, बल्कि आने ले समय को भी बताता हैं
आईना जो आप की सूरत ही नहीं दिखता बल्कि आनेवाले समय को भी बताता हैं
आईना जो आप की सूरत ही नहीं दिखता बल्कि आनेवाले समय को भी बताता हैं
शयन कक्ष 1– किसी भी घर में जितना पूजाघर, रसोई घर, महत्वपूर्ण हैं उतना ही शयन कक्ष भी महत्व रखता
वैशाख, श्रावण, कार्तिक, मार्गशीर्ष और फाल्गुन मास में करना चाहिये। इससे आरोग्य तथा धन-धान्य की प्राप्ति होती है। नींव खोदते
वास्तु मातानुसार घर बनवाने के लिए किस तरह भूमि की अनुकूलता को समझें भूमि-परीक्षा भूमि के मध्य में एक हाथ
दुनिया में हर किसी की यही जरूरत है कि उसका अपना एक घर हो और उसका अपना वाहन हो। आइए
वास्तु अनुसार विजिटिंग कार्ड विजिटिंग कार्ड के लिये वास्तुशास्त्र के नियम विजिटिंग कार्ड आप की पहचान है । आईना है
वास्तु शास्त्र में उत्तर-पश्चिम दिशा को वायव्य कोण के रूप में भी जाना जाता है। यह दिशा बेहद महत्वपूर्ण है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार 👉घर में रखा टूटा हुआ कांच या दरार वाला शीशा, टूटा हुआ पलंग, करता हैं आपके
रंगभरनी एकादशी पर राशि अनुसार रंग और गुलाल को अर्पित करते हैं भगवान कृष्ण पर तो पाते हैं उन का
🌷 धन-धान्य व सुख-संम्पदा के लिए 🌷 🔥 हर अमावस्या को घर में एक छोटा सा आहुति प्रयोग करें।🍛 सामग्री