2025 मे देवगुरु बृहस्पति अतिचारी रहेंगे – तीन बार राशि बदलेंगे.
14 मई को रात 11:20 बजे बृहस्पति वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे, वही 18 अक्टूबर को रात 9:39 बजे बृहस्पति मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में प्रवेश करेंगे फिर 5 दिसंबर को दोपहर 3:38 पर बृहस्पति कर्क राशि से निकलकर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे,
यह गोचर दीर्घकालिक प्रभाव डालता है.वर्तमान समय मे जिन लोगो की बृहस्पति की महादशा चल रही हो उन पर ये प्रभाव और भी प्रभावी होगा,
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बृहस्पति की महादशा 16 साल की रहती है
जीवन के अधिकांश कार्कत्व बृहस्पति देव के प्रभाव क्षेत्र में आते हैं इस कारण देवगुरु बृहस्पति की महादशा कई तरह से व्यक्ति के जीवन पर प्रभाव डालती है अगर जान पत्रिका में बृहस्पति ग्रह की स्थिति शुभ है तो जीवन में विस्तार अध्यात्म और समस्त सुखों की प्राप्ति होती है,
वहीं अगर बृहस्पति ग्रह की स्थित जैन पत्रिका में कमजोर है तो बृहस्पति की महादशा में व्यक्ति आर्थिक रूप से कमजोर चलते हुए कार्यों में रुकावट और स्वास्थ्य संबंधी परेशानी का सामना करता है